104 Quotation collection in Hindi




1.दूसरों का बुरा सोच कर तुम अपने सर पाप क्यूँ लेते हो ? उसका बुरा या अच्छा तो भगवान के हाथ में है  i 
2. मत इर्ष्या करो किसी को देख कर i दो रोटी वे खाते हैं, दो तुम i उनके पास लाख झमेले हैं, और तुम                  निश्चिन्त हो ,फ़िर खुश-किस्मत कौन है ?- वो या तुम ?
3.अपनी गरीबी पर इस कद्र अफ़सोस न कर, शुक्र है तू गहरी नींद में सोता है i
4.दुःख तो ऐ मानव i तेरे अपने ही कर्मों का फल है i जब तू हंसता  था अब रोने से क्यूँ डरता है ?
5.व्यर्थ ही सोचते हो -भगवान तुम्हारी सुनता नहीं i यदि सुनता न होता तो  दान देने वाली संस्थाएं न होती i
6.धरती भी फटती है, बादल भी आंसू  बहाता  है, धरती भी फ़िर से बन जाती है ,आसमां की आँखें भी चमक         जाती हैं फिर दुःख से क्या घबराना i
7-पुस्तकें वो साधन हैं जिनके माध्यम से हम विभिन्न संस्कृतियों के बीच पुल का निर्माण कर सकते हैं i
8-''मंजिल को पाने की दिशा में आगे बढ़ते हुए याद रहे कि मंजिल की ओर बढ़ता रास्ता भी उतना ही नेक हो.''-डा. राजेन्द्र प्रसाद 
9. ''जो बात सिद्धांत में गलत है, वह बात व्यवहार में भी सही नहीं है.''-डा.राजेन्द्र प्रसाद
10.  -कुंडली में 'शनि', दिमाग में' मनी' और जीवन में 'दुश्मनी' -तीनों हानिकारक होते हैं i
11 -बड़ों का दिया हुआ आशीर्वाद और अपनों की दी हुई शुभकामनाओं का कोई रंग नहीं होता , लेकिन जब ये रंग लाते हैं तो जीवन में रंग भर जाते हैं i
12. -रिश्तों को न निभाना चाहो तो वे मज़बूरी बन जाते हैं ,निभाओ गर सच्चे दिल से तो वे मंजूरी बनते हैं जहाँ मंजूरी हो जाए , वहाँ मगरूरी ख़ुद-बख़ुद खत्म हो जाती है i  
13. बड़ा बनो पर उसके सामने नहीं जिसने तुम्हें बड़ा किया है i
14.ज़िन्दगी और घर में अपनों का होना जरूरी है i वरना कितना भी एशियन पेंट करवा लो ,दीवारें नहीं बोलती i 
15. दुनिया का सबसे बड़ा सौदा बुजुर्गों के साथ बैठना है, चंद लम्हों के बदले वे आपको वर्षों का तजुर्बा देते हैं 16.परिवार और मित्र ज़िन्दगी की जड़ है. इसमें अपनेपन का पानी देते रहना चाहिए i
 

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