99 देश चल रहा है " राम जी की कृपा से "
सुभाष, भगत को खरीद ले कोई
न थी अंग्रेजों में इतनी ताकत
आज देश में बिक रहे मंत्री
देखो लोगों, इनकी ल्याकत i
होटलों में हैं घूम रहे
पीछे-पीछे सत्ता वाले
इनके पैर हैं जोड़ रहे
मिट गए आज़ादी दिलाने वाले
आज के नेता देखो लोगों
कितना नखरा है दिखा रहे i
सुना था, राजाओं की शानो-शौकत
अंग्रेज़ों को थी खूब लुभाई
चाल खेल कर खूब हथियाई
इसलिए थी गुलामी हमने पाई i
आज आ गया वही दौर
कैसे मच रहा सत्ता का शोर
टी.वी में सुन लो सुबह-शाम
अखबारों में पढ़ो,जब हो जाए भौर i
लपक रहे हैं पैसा
अवसर को है गँवाना कैसा
आरोप लगाते सत्ता पा गए जो
वही दे रहे तो
बोलो लोगों
लेने में शर्माना कैसा ii
दोनों हाथों में लड्डू हैं
हारो तो खाओ बाएं हाथ से
जीत गए तो दाएं हाथ से
मधुमेह तो आम बात है
इससे है घबराना कैसा ?
पैसा लोगों ! 'डिश' है ऐसी
चखने पर स्वाद बढ़ जाता है
'नैतिकता' जैसी स्वास्थ्य-वर्धक का
'घिया-तोरी' सा लगता है i
' ' भ्रष्टाचार खत्म करेंगे '
बोल जमूरे- बोल रहा मदारी
निकाल जेब से पैसा अपना
ठहाके लगा रही पास में खड़ी जनता सारी i
बड़ा दिलचस्प है खेल नेताओं का
सोच बन गई सब की ऐसी
देश चल रहा है बस मेराबड़ी कृपा है उस राम की ii
=
द्वारा -निरुपमा गर्ग
Comments
Post a Comment