{49} quotations" collection in Hindi
१: जीवन में हर जगह हम "जीत" चाहते हैं,सिर्फ़ फूल वाले की दूकान ऐसी है जहाँ हम" हार" मांगते हैं i
२: जीवन में प्रसन्न वही व्यक्ति है जो स्वयं का मूल्यांकन करता है,और दुखी वह जो दूसरों का मूल्यांकन करता है ii
३: अभिमान को आने मत दो,स्वाभिमान को जाने मत दो i अभिमान तुम्हें उठने नहीं देगा और स्वाभिमान तुम्हें गिरने नहीं देगा ii
४:आत्म-विशवास की महक और हौंसले की मिठास तथा सच्चाई का स्वाद ज़िन्दगी को महकता हुआ गुलाब बना देता है ii
५: लग्न व्यक्ति से वो करवा देती है जो वह कर नहीं सकता,साहस वो करवाता है जो वह कर सकता है किन्तु अनुभव वो करवाता है जो उसे कर लेना चाहिए ii
५: "हल्की-फुल्की सी है ज़िन्दगी---बोझ तो ए मानव ! तेरी ख्वाहिशों का है ii
५: ये साँसें हैं,तेरा साथ छोड़ देंगी, ये धन है तुझे अंत समय बचा नहीं पाएगा,ये तन है जो तेरी आत्मा का बोझ नहीं उठाएगा ,ये तेरा चातुर्य है जो उसकी अदालत में तुझे जमानत नहीं दिलाएगा फिर इर्ष्या-द्वेष,भेद-भाव कैसा ?
७: पहाड़ियों की तरह खामोश हैं आज के रिश्ते ,जब तक हम न पुकारें उधर से आवाज़ ही नहीं आती ii
२: जीवन में प्रसन्न वही व्यक्ति है जो स्वयं का मूल्यांकन करता है,और दुखी वह जो दूसरों का मूल्यांकन करता है ii
३: अभिमान को आने मत दो,स्वाभिमान को जाने मत दो i अभिमान तुम्हें उठने नहीं देगा और स्वाभिमान तुम्हें गिरने नहीं देगा ii
४:आत्म-विशवास की महक और हौंसले की मिठास तथा सच्चाई का स्वाद ज़िन्दगी को महकता हुआ गुलाब बना देता है ii
५: लग्न व्यक्ति से वो करवा देती है जो वह कर नहीं सकता,साहस वो करवाता है जो वह कर सकता है किन्तु अनुभव वो करवाता है जो उसे कर लेना चाहिए ii
५: "हल्की-फुल्की सी है ज़िन्दगी---बोझ तो ए मानव ! तेरी ख्वाहिशों का है ii
५: ये साँसें हैं,तेरा साथ छोड़ देंगी, ये धन है तुझे अंत समय बचा नहीं पाएगा,ये तन है जो तेरी आत्मा का बोझ नहीं उठाएगा ,ये तेरा चातुर्य है जो उसकी अदालत में तुझे जमानत नहीं दिलाएगा फिर इर्ष्या-द्वेष,भेद-भाव कैसा ?
७: पहाड़ियों की तरह खामोश हैं आज के रिश्ते ,जब तक हम न पुकारें उधर से आवाज़ ही नहीं आती ii
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