37 कल का भावी नेता हूँ मैं
अभी तो नन्हा नेता हूँ
चुंधिया जाएंगी दुनिया की आँखें
ऐसा सूरज़" उगता" हूँ i
शान देश की समझ रहा हूँ
फहराता झंडा देख रहा हूँ
कैसी कुर्बानी दी थी वीरों ने
इतिहास पुराना पढ़ रहा हूँ ii
पीछे न हटूँगा मैं भी कभी
सीना ५६ इंच बनाऊंगा
वीणा देश के गौरव की
पूरी दुनिया में बजाऊँगा i
प्रजा के लिए जीता हो जो
राजा ऐसा बनूंगा मैं
अभी तो पालने में पाँव मेरे
कल बड़े करतब दिखाऊंगा मैं i
कल का भावी नेता हूँ मैं
कल का उगता सूरज़ हूँ मैं ii
हिन्द देश की भाषा हूँ मैं
इसका आधार और आशा हूँ मैं ii
जय हिन्द !
चुंधिया जाएंगी दुनिया की आँखें
ऐसा सूरज़" उगता" हूँ i
शान देश की समझ रहा हूँ
फहराता झंडा देख रहा हूँ
कैसी कुर्बानी दी थी वीरों ने
इतिहास पुराना पढ़ रहा हूँ ii
पीछे न हटूँगा मैं भी कभी
सीना ५६ इंच बनाऊंगा
वीणा देश के गौरव की
पूरी दुनिया में बजाऊँगा i
प्रजा के लिए जीता हो जो
राजा ऐसा बनूंगा मैं
अभी तो पालने में पाँव मेरे
कल बड़े करतब दिखाऊंगा मैं i
कल का भावी नेता हूँ मैं
कल का उगता सूरज़ हूँ मैं ii
हिन्द देश की भाषा हूँ मैं
इसका आधार और आशा हूँ मैं ii
जय हिन्द !
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