{22} नेताजी आ रहें हैं------------
ऊँचे-ऊँचे खम्बे लगें हैं,ऊंचा ही शामियाना
नेताजी आ रहें हैं,देशवासियों जरूर ही आना iबड़े-बड़े पंडाल सजेंगे,लाऊड-स्पीकर भी लगेंगे
शोभा देखते ही बनेगी जब खामियों पर पर्दे गिरेंगे i
खूब होगी नारेबाज़ी,और होगा ढोल-धमाका
झाँकियाँ होंगी बीच नेताओं की,पुलिस का होगा सब ओर नाका i
खूब होगी चुटकले बाज़ी,खूब होगी जुम्ले बाज़ी
मुद्दों की बात फिर कभी होगी,अभी तो इनका तुम लुत्फ़ उठाना i
देशवासियों जरूर ही आना--------------------------------
गरीब मज़दूर, किसान,बिल्कुल न तुम घबराना
बड़े चमत्कारी हैं नेता, खूब जानते हैं हल चलाना
सीखो तो इनसे होशियारी,ऐसा मौका फिर न मिलना
नेताजी आ रहे हैं ,देशवासियों जरूर ही आना ------------------------------------------------
जिंदा न कर सकी,जिन मुर्दों को कुदरत
चुटकी में बाहर कर देंगे नेता
दस-दस फुट के गहरे गड्ढे
खोद डालेंगे मिनट में नेता i
पुरखों से मिलने की हो चाहत,तो देश-वासियों जरूर ही आना
मुद्दों को फिर कभी कहना,अभी तो इनका लुत्फ़ उठाना
नेताजी आ रहे हैं,देशवासियों जरूर ही आना ------------------
कटाक्ष करेंगे इक-दूजे पर नेता
मुद्दों पर न होगी उनकी रुचि
गर चाहते हो आवाज़ उठाना
तो तैयार करो खुद उनकी सूचि i
पांच साल के बाद एक मौका तुमको मिलता है,
जब ये नेता सुनते हैं
नुक्कड़ -नुक्कड़ जा कर के
मूड तुम्हारा जानते हैं
इस मौके को हो सके तो न गँवाना
नेता जी आ रहे हैं
देशवासियों ज़रूर है आना ------------
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जय हिन्द !
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