{17} मधुराष्टकम



अधरम मधुरं वदनं मधुरं नयनं मधुरं हसितं मधुरं i 
हृदयं मधुरम् गमनं मधुरम् मधुराधिपतेरखिलं मधुरं ii


वचनं मधुरं चरितं मधुरं वसनं मधुरं वलितं मधुरं i
चलितं मधुरं भ्रमितं मधुरं मधुराधिपतखिलं मधुरं ii

वेणुरमधुरो रेणुरमधुरः पाणिरमधुरः पादौ मधुरौ i
नृत्यम मधुरं सख्यं मधुरं मधुराधिपतेरखिलं मधुरं ii

गीतं मधुरं पीतं मधुरं भुक्तं मधुरं सुप्तं मधुरं i
रूपं मधुरं तिलकं मधुरं मधुराधिपतेरखिलं मधुरं ii

कर्णम मधुरं तरणम मधुरं हरणम मधुरं रमणम मधुरं i
वमितं मधुरं शमितं मधुरं मधुराधिपतेरखिलं मधुरं ii

गुंजा  मधुरा माला मधुरा यमुना मधुरा वीची मधुरा i
सलिलम मधुरं कमलं मधुरं मधुराधिपतेरखिलं मधुरं ii

गोपी मधुरा लीला मधुरा युक्तं मधुरं मुक्तं मधुरं i
दृष्टम मधुरं शिष्टम मधुरं मधुराधिपतेरखिलं मधुरं ii


गोपा मधुरा गावो मधुरा यष्टिर्मधुरा सृष्टिर्मधुरा i
दलितं मधुरं फलितं मधुरं मधुरापतेरखिलं मधुरं ii
                      =
अच्युतं केशवं रामनारायणं 
कृष्ण्दामोदरं वासुदेवं हरीम् i 
श्रीधरं माधवं गोपिकावल्लभं 
जानकीनायकं रामचन्द्र्म् भजे i 
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मेरे मार्ग पर पैर रखकर तो देख, तेरे सब मार्ग न खोल दूँ तो कहना॥

मेरे लिए खर्च करके तो देख, कुबेर के भंडार न खोल दूँ तो कहना॥

मेरे लिए कड़ुवे वचन सुनकर तो देख, कृपा न बरसे तो कहना॥

मेरी तरफ आकर तो देख, तेरा ध्यान न रखूँ तो कहना॥

मेरी बातें लोगों से करके तो देख, तुझे मूल्यवान न बना दूँ तो कहना॥

मेरे चरित्र का मनन करके तो देख, ज्ञान के मोती तुझमें न भर दूँ तो कहना॥

मुझे अपना मददगार बनाकर तो देख, तुम्हें सब बन्धनों से मुक्त न कर दूँ तो कहना॥

मेरे लिए आँसू बहाकर तो देख, तेरे जीवन में आनन्द के सागर न बहा दूँ तो कहना॥

मेरे लिए कुछ बनकर तो देख, तुझे कीर्तिवान न बना दूँ तो कहना॥

मेरे मार्ग पर निकलकर तो देख, तुझे शान्तिदूत न बना दूँ तो कहना॥

स्वयं को न्यौछावर करके तो देख, तुझे हीरा न बना दूँ तो कहना॥

मेरा कीर्तन करके तो देख, जगत का विस्मरण न करा दूँ तो कहना॥

तू मेरा बनकर तो देख, हर एक को तेरा न बना दूँ तो कहना॥ 

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मुझे अपना मददगार बनाकर तो देख, तुम्हें सब बन्धनों से मुक्त न कर दूँ तो कहना॥

मेरे लिए आँसू बहाकर तो देख, तेरे जीवन में आनन्द के सागर न बहा दूँ तो कहना॥

मेरी तरफ आकर तो देख, तेरा ध्यान न रखूँ तो कहना॥

मेरी बातें लोगों से करके तो देख, तुझे मूल्यवान न बना दूँ तो कहना॥





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