{12} रावण का अहंकार-एक लघु कथा


लंका पर विजय पा कर जब श्री राम अयोध्या लौटे तो माता कौशल्या  ने उनसे पूछा कि तुमने इतने भयंकर राक्षस को कैसे मारा ?इस पर श्री राम ने उत्तर दिया -माता i रावण को" मैने"नहीं बल्कि उसको तो "मैं " अर्थात्"अहंकार " ने मारा है i हे माता i इस संसार में अहंकार मनुष्य का सबसे बड़ा दुश्मन है i जो कोई भी अहंकारवश किसी को दुःख देता है या कडुवे वचन बोलता है अथवा यह समझने लगता है कि वही सब कुछ करने  वाला है,उसका नाश उसके विचार निश्चित कर देते हैं i उसे किसी को मरने की आवश्यकता नही होती i मारने वाला तो केवल उसके नाश का मोहरा होता है i 

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