तेरी रहमत मुझे मिल जाए माँ, तो मेरी तकदीर बन जाए तेरी सहमत हो जाए माँ, तो मेरी तहरीर संवर जाए तेरी दया बरस जाए इस कदर माता कि कयामत इसकी मेरी अमानत बन जाए ii हे माँ सुचियाँ जोताँ वाली माता तेरी सदा ही जय --------------------------------------------------------- ========================================================================- ऊंचा पर्वत, ऊंची पौड़ी, ऊंचा है दरबार बच्चे, बूढ़े सब चढ़ जाते , उसकी महिमा अपार भक्तों चले चलो बोल के मां का नाम , भक्तों चढ़े-चढ़ो बोलो-= 1,2,3,४.---------------- माँ के भवन के खम्बे चार i 5,6,7,8------------------ माँ तेरी भुजाएँ आठ i 9,10,11, 12------------- चरण पखार रहा देखो झरना 13,14,15,16-------------- गूँज रहा उसका जयकारा i 17,18,19,20----------------- मां मेरी की कोई न रीस i 21, 22,23, 24