मृत्यु के समय राम नाम सत्य ही क्यों बोला जाता है, कृष्ण नाम सत्य क्यों नहीं ।
श्रोतागणों ! आप सब जानते हैं कि इस संसार में प्राणी जन्म लेते हैं और मर जाते हैं। परन्तु क्या आप जानते हैं कि मृत्यु के समय राम नाम सत्य ही क्यों बोला जाता है, कृष्ण नाम सत्य क्यों नहीं ? त्रेता युग की बात है- लंका के राजा रावण ने ब्रह्मा जी की बहुत तपस्या की । जिससे खुश हो कर ब्रह्मा जी प्रकट हुए और बोले -हे रावण । तुम वर मांगो ! तब रावण ने सोचा कि इस पृथ्वी पर मुझ जैसा बलशाली और कोई मानव नहीं । क्यूं न मैं ब्रह्मदेव से वर मांग लूं कि मैं मानव के हाथ से ही मरूं । जब श्री हरि को पता चला तो उन्होंने राजा दशरथ के यहां पुत्र के रूप में अवतरित होने का फैंसला किया । हम सब संसार में जन्म लेते हैं , और अंत आने पर अपने परिजनों से बिछुड्ते-तडपते...