ललिता सहस्त्रनाम - हिन्दी व्याख्या- 956-970

 

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   ------------------------------------             निरुपमा गर्ग

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before Navratri 2025.

956. ॐ धर+सुतायै नमः- आप हिमवान के घर जन्मीं होने के कारण धरा अर्थात पृथ्वी 
 की बेटी हो । आपको नमस्कार, बार- बार नमस्कार हो । 
957. ॐ धन्या+यै नमः- धन और शुभता की स्वामिनी को बार-बार प्रणाम । 
958. ॐ धर्मिण्यै नमः- जो धर्म का प्रथागत पालन करने में अटल रहती हैं 
 उन्हें नमस्कार, बार- बार नमस्कार हो ।
959. ॐ धर्म+वर्धिन्यै नमः- भक्तों के हृदय में भौतिकवादी दुनिया की भ्रामक 
 प्रकृति को काट कर धर्म की वृद्धि करती हैं, उन्हें नमस्कार, बार- बार नमस्कार हो ।
960. ॐ लोका+तीतायै नमः- आप महादेव के साथ कैलाश पर निवास करती हैं जहां और
 किसी का निवास नहीं, जो इन्द्र लोक, ब्रह्म लोक व विष्णु लोक से परे है तथा जिसे 
“परा कैलाश” कहा जाता है । आपको नमस्कार, बार-बार नमस्कार हो ।
961. ॐ गुणातीता+यै नमः- आप वह निर्गुण ब्रह्म हैं जो सत्व, रज और तम-इन तीन 
  गुणों से परे है । आपको नमस्कार, बार-बार नमस्कार हो ।
962. ॐ सर्वातीता+यै नमः- आप सभी से परे अर्थात सर्वोच्च हैं आपको नमस्कार, 
   बार- बार नमस्कार हो । 
963. ॐ शमात्मिका+यै नमः- जो शांति और स्थिरता का स्वरूप हैं,उन्हें मैं प्रणाम करती हूं । 
964. ॐ बन्धूक कुसुम प्रख्यायै नमः- जो रूप और सौन्दर्य में उस बन्धूक पुष्प के समान हैं 
   जो पीला लाल, बेहद चमकीला व कोमल है, उस रूप के समक्ष मैं सीस झुकाती हूं ।  
965. ॐ बालायै नमः- जो 9 वर्ष की एक युवा बालिका के रूप में प्रकट हुई थीं,
 जिनके माथे पर अर्धचंद्र सुशोभित था,जिनकी तीन आंखें थीं, 
जिनकी चमक उगते हुए सूर्य के समान थी, जो लाल कमल पर विराजमान थीं 
और जिनके चार हाथों में पुस्तक, माला,तथा वरद और अभय मुद्रा थी । 
  मैं उस बाला को प्रणाम करती हूं ।
966. ॐ लीला+विनोदिन्यै नमः- "मैं उस देवी को नमन करती हूँ जो ब्रह्मांड के खेल में आनंद 
       और शक्ति से भरी हुई हैं।" 
967. ॐ सुमङ्गल्यै नमः- "सुंदर," "उत्तम,"शुभ स्वरूप वाली देवी को  प्रणाम । 
968. ॐ सुख+कर्यै नमः- हे आनंद और सुख प्रदान करने वाली देवी ! आप को  शत- शत प्रणाम ।
969. ॐ सु+वेषाढ्यायै नमः- आप सुन्दर वेश- भूषा और आभूषणों से शोभायमान हो । 
 आप को  बार-बार प्रणाम ।
970. ॐ सु+वासिन्यै नमः- हे मां भवानी ! आप उत्तम स्वभाव वाली, पति को सर्वोच्च 
देवता मानने वाली सर्वश्रेष्ठ पतिव्रता एवं सौभाग्यशाली सती स्त्री हो और समस्त संसार की 
  पत्नियों के लिए एक उदाहरण हो । आपको बार-बार नमस्कार हो ।
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