ललिता सहस्त्रनाम- हिन्दी व्याख्या- 169 - 199

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---------------------------------------------निरुपमा गर्ग

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169. ॐ क्रोधशमन्यै नमः- जो अपने भक्तों के क्रोध का नाश करती हैं,  

170. ॐ निर्लोभायै नमः- जो लोभ रहित हैं, 

171. ॐ लोभनाशिन्यै नमः- जो अपने भक्तों में लोभ - लालच को नष्ट कर देती हैं, तथा-

172. ॐ निःसंशयायै नमः- जो संदेह रहित हैं, उन्हें नमस्कार, बार-बार नमस्कार हो ।  

173. ॐ संश यघ्न्यै नमः- जो सभी संदेहों को मार देती हैं, 

174. ॐ निर्भवायै नमः- जो मूल के बिना हैं, 

175. ॐ भवनाशिन्यै नमः- वह जो संसार (जन्म और मृत्यु के चक्र) के दुःख को नष्ट 

       करती हैं, तथा- 

176. ॐ निर्विकल्पायै नमः- जो झूठी कल्पनाओं से मुक्त हैं, उन्हें नमस्कार, बार-बार नमस्कार हो ।  

177. ॐ निराबाधायै नमः— जिन को कोई बाधा नहीं परेशान कर सकती, 

178. ॐ निर्भेदायै नमः- जो सभी भेदों से परे हैं,  

179. ॐ भेदनाशिन्यै नमः- जो अपने भक्तों से सभी भेदों को दूर कर देती हैं, तथा-

180. ॐ निर्नाशायै नमः- जो अविनाशी हैं, उन्हें नमस्कार, बार-बार नमस्कार हो ।  

181. ॐ मृत्युमथन्यै नमः- जो मृत्यु का नाश करती हैं,   

182. ॐ निष्क्रियायै नमः-  जो बिना क्रिया के रहती हैं, 

183. ॐ निष्परिग्रहायै नमः- जो कुछ भी प्राप्त या स्वीकार नहीं करतीं, तथा-

184. ॐ निस्तुलायै नमः- जो अतुलनीय है, अद्वितीय हैं, उन्हें नमस्कार, बारबार नमस्कार हो ।  185. ॐ नीलचिकुरायै नमः- जिनके चमकते काले केश हैं, 

186. ॐ निरपायायै नमः- जो अविनाशी हैं, 

187. ॐ निरत्य+यायै नमः- जिनका उल्लंघन नहीं किया जा सकता, तथा-

188. ॐ दुर्लभायै नमः- जो बहुत कठिनाई से ही जीती जाती हैं, उन्हें नमस्कार, बार-बार नमस्कार हो ।  

189. ॐ दुर्गमायै नमः- जो केवल अत्यधिक प्रयास से ही सुलभ हैं, 

190. ॐ दुर्गायै नमः- जो देवी दुर्गा हैं, 

191. ॐ दुःख हन्त्र्यै नमः- जो दुःखों का नाश करने वाली हैं, तथा- 

192. ॐ सुख प्रदायै नमः- जो सुख देने वाली हैं, उन्हें नमस्कार, बार-बार नमस्कार हो ।  

193. ॐ दुष्ट दूरायै नमः- जो पापियों के लिए अगम्य हैं, 

194. ॐ दुराचार शमन्यै नमः- जो दुराचार का दमन करती हैं, 

195. ॐ दोषवर्जितायै नमः- जो सभी दोषों से मुक्त हैं, तथा- 

196. ॐ सर्वज्ञायै नमः- जो सर्वज्ञ हैं, उन्हें नमस्कार, बार-बार नमस्कार हो ।  

197. ॐ सान्द्र करुणायै नमः- जो अथाह करुणा वाली हैं, 

198. ॐ समानाधिक वर्जितायै नमः- जिनमें न तो समानता है और न ही अधिकता है तथा-

199. ॐ सर्वशक्तिमय्यै नमः- जिनके पास सभी दिव्य शक्तियां हैं, उन्हें नमस्कार, बार-बार नमस्कार हो ।  

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