[ post no 173. ] स्वतन्त्रता दिवस प्रश्नावली



                                   
                                                 "भारत  माता  की   जय"
इस  पृथ्वी   पर  अनेक  देश  हैं  । इन   सब  में   भारत   को   ही   माता    कहा  जाता  है  अन्य  किसी   को   भी   माता  कहलाने  का  सौभाग्य  प्राप्त  नहीं  है  । परन्तु   क्यों  ?  आज़  तक  हमने  कभी  यह  जानने  की   कोशिश  नहीं  की ।  आइये   आज  जानते   हैं  कि  भारत  देश  को  भारत  माता  क्यों  कहा  जाता  है  ।
                             भारतीय  कला  और  साहित्य  की दृष्टि  से  पृथ्वी< राष्ट्र  तथा   क्षेत्र  को  माता  कह  कर  सम्बोधित  किया जाता  है ।  हमारे  वेदों  में  प्रसिद्ध  वेद  अथर्ववेद  के  पृथ्वी  सूक्तम  में पृथ्वी  को  वह  जननी  कहा गया  है  जो  अपने  हिरण्य  वक्ष  पर  समस्त विश्व  अ‍र्थात  विश्वम्भर  का भार उठाने तथा  उसका  पालन  करने में  सक्षम  है । इसके  लगभग  तीन  सदियों  बाद  अवनींद्रनाथ टैगोर ने सन  1906 में  अपनी  कलाकृति  में  भारत देश  को   माता  की  तस्वीर  में  प्रस्तुत  किया । तब  से  भारत  देश  को  भारत माता  कहा  जाने  लगा ।
                                        

 प्र. 1 - इस  वर्ष   हम   स्वतन्त्रता  दिवस  की   कौन  सी   वर्षगांठ   मना  रहे   हैं  ?
उ.-        75 वीं 

प्र:  2- भारत   की  स्वतन्त्रता   की   घोषणा  किस  दिन  की   गई  थी ?
उ.- भारत   की   स्वतंत्रता   की   घोषणा  14 अगस्त 1947 की  आधी रात   को   की  गई  थी । 

प्र.3- यह  घोषणा  किसके  द्वारा  की  गई  थी  ?
उ.-पंडित जवाहरलाल नेहरू जी  द्वारा

प्र.4- स्वतन्त्रता  की  घोषणा  करते  हुए  नेहरु  ने  अपना   भाषण  अंग्रेज़ी  के   किन  शब्दों  से   आरम्भ   किया  था  और   उनका   क्या  अर्थ   है  ?
उ.- स्वतन्त्रता  की  घोषणा  करते  हुए  नेहरु  ने  अपना   भाषण  अंग्रेज़ी  में  'ट्रिस्ट विद डेस्टिनी'  से  किया था  जिसका  अर्थ  है-  ‘भाग्य के साथ  वायदा’.  । अर्थात नेहरु जी  ने  कहा  था -

कई सालों पहले, हमने नियति के साथ एक वायदा किया था, और अब समय आ गया है  जब हमारा नियति  से साक्षात्कार  हो  गया  है । आगे इससे भी बड़ी विजय और उपलब्धियां हमारी प्रतीक्षा कर रही हैं। हमारा  अब  यह  कर्तव्य  बनता  है  कि हम अपना वादा निभायें, पूरी तरह न सही पर बहुत हद तक तो निभायें। आधी रात के समय, जब दुनिया सो रही होगी, भारत जीवन और स्वतंत्रता के लिए जाग जाएगा। 

प्र5.-नेहरु  जी  ने  14  अगस्त  को  आधी  रात  को  ही  आज़ादी  की  घोषणा  क्यों  की  ? 
उ.-ज्योतिष विशेषज्ञ मान रहे थे कि 15 अगस्त की तारीख भारत की कुंडली के हिसाब से शुभ नहीं है, इसलिए ज्योतिषीय गणना के हिसाब से एक शुभ समय  14  अगस्त  11.51 से 12 .39 बजे के बीच का  निकाला गया.।

प्र 6.-माउंटबेटन  ने भारत  का आज़ादी दिवस 15 अगस्त क्यों  चुना  ?
उ.- 15 अगस्त का दिन माउंटबेटन के हिसाब से इसलिए शुभ था क्योंकि द्वितीय विश्व युद्ध के समय 15 अगस्त, 1945 को जापानी आर्मी ने आत्मसमर्पण किया था और उस समय माउंटबेटन अलाइड फ़ोर्सेज़ के कमांडर थे. । 

प्र.7-क्या  आप  जानते  हैं  कि  आज़ादी  से  पहले  कौन  सी  तिथि  को  स्वतंत्रता  दिवस  मनाया जाता था ?
उ.-26 जनवरी   को  । 
                         कारण  यह  था   कि दिसम्बर  1929 को  भारतीय   राष्ट्रीय काँग्रेस  का  लाहौर  में  अधिवेशन  हुआ  जिसमें   पंडित नेहरू   ने  पूर्ण स्वराज  का  प्रस्ताव  रखा था । परन्तु  जब    ब्रिटिश सरकार के  नहीं   मानी  तो   नेहरु  जी  ने  26  जनवरी   1930   को   तिरंगा  फहरा  दिया  ।  तब  से   ले   कर  सन  1947  तक   यानी   18  वर्ष  तक  26  जनवरी  को  ही  स्वतंत्रता  दिवस  मनाया  जाता  रहा  ।  आज  हम  जो  इस  तिथि को  गणतन्त्र  दिवस  मनाते  हैं  वह  पूर्ण स्वराज  को  ही  महत्व  देने  के  लिए  मनाते  हैं  । 

प्र.8- भारत  की  स्वतंत्रता  के  समय  ब्रिटेन  का  वह  कौन  सा  प्रधानमंत्री  थे जो  शुरु  से  ही  भारत  को  आज़ाद  करने  के  पक्ष  में   थे  ? 
उ.-लार्ड   क्लीमेंट एटली  । 
                                        एटली   1927-28   में  साइमन   कमीशन के   सदस्य   के   तौर   पर   भारत   आए   थे   ।   उन्होंने    जब  देखा  कि   ब्रिटिश   सरकार   किस   प्रकार   भारतीयों   पर   अत्याचार   करती   है   तो  उन्होंने   मन  बना   लिया   कि   वे   भारत   को   आज़ाद   करा   कर   रहेंगे   ।   भारत   के  भाग्य   से  वे   1945 में विस्टन चर्चिल   को    हरा    कर   ब्रिटेन  के   प्रधान   मन्त्री   बन   गए  ।  और उन्होंने  ' इंडियन   इंडिपेंडेंस   एक्ट  पर   हस्ताक्षर   कर   दिए   ।    

प्र.9-उन्होंंने  हाउस  आफ   कामन्स  में  भारत  को  आज़ाद  करने  की  घोषणा  कब कर  दी थी  ?
उ.-20   फरवरी,   1947,   लेकिन   हिन्दू-मुस्लिम   के  झग़डे   की   वजह   से   इतनी  देर  हो  गई  । 
              गां धी   जी   व  अब्दुल   गफ्फार  खां   बंटवारे  के   पक्ष  में   नहीं  थे  ।  लेकिन     मोहम्मद   अली   जिन्ना ज़िद्द  में   आ  गए। क्योंकि  वह  अपना  प्रधानमंत्री  बनने  का  सपना पूरा  करना  चाहते  थे  । यदि  सारे  भारत  के
प्रधानमन्त्री  वह  बन   जाते   तो   हम  फिर  से  गुलाम   बन   जाते ।  अत:  देश   का  विभाजन 
 जरूरी  हो  गया   था  ।

प्र.-10-आज़ादी से  पहले  भारत  का  वह  कौन  सा  गवर्नर  था  जिसने  ब्रिटेन  के   प्रधानमंत्री  को कहा था  कि  भारत  की  सत्ता  अब  जनता  के  प्र्तिनिधियों  को   सौंप  देनी   चाहिए  ?
उ.-लार्ड  वावेल 

प्र. 11.-आज़ादी के  बाद  भारत  के  पहले  प्रधानमन्त्री  कौन  बने  और  उनकी   कैबिनेट  में   सरदार   पटेल  व  ड्।.   श्यामा  प्रसाद   मुखर  जी  ने   कौन  सा  पद  सम्भाला  ?
उ.- पंडित  जवाहर  लाल   नेहरू  भारत   के  पहले  प्रधानमन्त्री  बने , सरदार   पटेल  सूचना   एवं  प्रसारण   मन्त्री   बने   तथा   श्यामा  प्रसाद   मुखर  जी  ने   इनडस्टरीज़   व  सप्लाइज़ मिनिस्टर  का  
पद   सम्भाला  ।   

पृ.12-भारत  के  साथ  और   कौन - कौन  से   देश  15  अ‍गस्त  को  आज़ादी  दिवस  मनाते   हैं  ?
ऊ.- 1- लिकटेंस्‍टीन  [15 अगस्त  1866 ]
        2-उत्तर और  दक्षिण कोरिया,  [15 अ‍गस्त,1945 ] 
       3- रिपब्लिक ऑफ कॉन्गो   [ 15 अगस्त 1960 ] 
       4-बहरीन, [15 अगस्त 1971 ]
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क्या  आप  जानते  हैं आज़ादी   से   पहले   ?------
1.पूर्ण  स्वराज  का   प्रस्ताव  इंडियन   नैशनल   कांग्रेस  ने  कब  और  किस  अधिवेशन  में   पास  किया   था  ?
उत्तर- 19  दिसम्बर,  1929  में   लाहौर   अधिवेशन  में  
2. पूर्ण  स्वराज   का  प्रस्ताव   पास  करने  की  क्या  वजह  थी  ?
उत्तर- उस   समय भारत  का  वह  कौन  सा  वायसराय  था  जिसने आश्वासन  दिया  था कि  भारत को  पूर्ण  स्वराज  दे  दिया   जाएगा  । उसकी  यह घोषणा अंग्रेज़ी  में "   "  के  नाम से प्रसिद्ध  हुई । परन्तु  बाद  में  वह  अपने  वायदे  से  मुकर  गया । गुस्साई  इंडियन  नैशनल  कांग्रेस  ने यह   प्रस्ताव  19 दिसम्बर 1929  को  पास  किया  और  31 दिसम्बर  को  पंडित  जवाहर  लाल  नेहरु  ने  रावी  नदी के  किनारे  आधी  रात  को   राष्ट्रीय   झण्डा   फहरा  दिया  । 
         
       
  जय  हिन्द  ! जय  भारत  !  स्वतंत्रता  दिवस  की  ढेरों शुभकामनाएं  !  

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                                                             ENGLISH
In literature and art , Earth, nation and region  have been imagined as feminine. The Prithvi Suktam  of 
the Atharva Veda addresses Earth as she who bears the universe [ visham-bhara] and is a golden-breasted [ hiranya-vaksha] nurturer. Three millennia later, the nation was imaged as Bharat Mata in modern Indian Art, her iconography  made famous by Abanindranath Tagore's 1906 painting.

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